सुरीली आवाज़ का व्यक्तित्व में महत्वपूर्ण स्थान होता है।सुंदर नारी की आवाज़ यदि कर्णप्रिय हो तो उसका आकर्षण दोगुना हो जाता है।

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(Front News Today)  देवरिया(यूपी)। सुरीली आवाज़ का व्यक्तित्व में महत्वपूर्ण स्थान होता है।सुंदर नारी की आवाज़ यदि कर्णप्रिय हो तो उसका आकर्षण दोगुना हो जाता है।यूं तो आवाज़ का सुरीलापन प्रकृति की देन है लेकिन गायिका वंदना राय ने शास्त्रीय संगीत के माध्यम से अपने सुर को ऐसा साधा है कि इनके संगीत का जादू श्रोताओं के सिर चढ़ कर बोलता है । सोशल मीडिया पर तो इनको सुनने वाले श्रोताओं की संख्या 92 हजार 9 सौ 51 तक जा पहुंची हैं ।सुश्री वंदना ने भोजपुरी के शेक्सपीयर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के गीत ” पूरब-पूरब हम बड़ा दिन से सुनत रहली,पूरब के पनिया खराब रे विदेशिया” को अपने अंदाज़ में प्रस्तुत कर काफी ख्याति अर्जित किया है ।
उत्तरप्रदेश के देवरिया ज़िला अंतर्गत गौरीबाजार के सोहसा गांव में जन्मी सुश्री वंदना राय सेवानिवृत शिक्षक श्री हरिवंश राय की पुत्री हैं ।बहुमुखी प्रतिभा की धनी सुश्री वंदना बताती हैं कि संगीत के प्रति उन्हें बचपन से ही एक अद्भुत लगाव था और बाद में माँ श्रीमती शीला राय के द्वारा घर में प्रायः गाए जा रहे पारम्परिक व फोक गीतों को सुन-सुन कर प्रोत्साहित होती रही ।इसी क्रम में सुश्री वंदना ने प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद से डिप्लोमा किया ।पिता श्री हरिवंश राय भी संगीत प्रेमी थे ऐसे में वंदना का सांगीतिक सफर कहां रुकने वाला था उन्होंने बेटी का दाखिला महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में करा दी जहाँ से वंदना ने बी.एमयूएस किया और अब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से संगीत में पीएचडी कर रही है ।
फोटोग्राफी की शौकीन सुश्री वंदना ने अपने संगीत यात्रा की चर्चा करते हुए बताया कि स्कूल-कॉलेज में प्रथम पुरस्कार से लेकर अब तक उन्हें विभिन्न सांगीतिक मंचों क्रमशः सलेमपुर महोत्सव,देवरिया महोत्सव,सुबहे बनारस,कोलकत्ता जागरण के अलावा जिला प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय पर्व समारोह के अवसर पर पुरस्कृत व सम्मानित किया जाता रहा है ।सुश्री वंदना बताती है कि उन्हें संगीत की विधिवत शिक्षा प्रो.संगीता घोष और पंडित देवाशीष दे ने दी है ।वंदना की तमन्ना है कि वे आने वाले दिनों में बॉलीवुड के फिल्मों में गाना गाए इसके लिए वो कड़ी मेहनत कर रही हैं ताकि देवरिया जिले का नाम रौशन हो सके।एक प्रश्न के जवाब में सुश्री वंदना राय ने कहा कि शॉर्टकट नहीं,दीवानगी से मिलती है संगीत में सफलता और मंज़िल पाने तक दीवानगी जारी रहेगा ।

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