विश्व स्तनपान सप्ताह (1-7 अगस्त) के उपलक्ष्य में एकॉर्ड अस्पताल, फरीदाबाद में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान के महत्व, लाभ और इससे जुड़ी भ्रांतियों के प्रति जागरूक करना था।
इस मौके पर अस्पताल के गायनेकोलॉजी विभाग की निदेशक डॉ. दिव्या और वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सविता ने महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि नवजात शिशु के पहले छह महीनों तक केवल माँ का दूध ही सबसे उत्तम पोषण है। इससे न सिर्फ शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, बल्कि माँ के लिए भी यह कई स्वास्थ्य लाभ लेकर आता है, जैसे डिलीवरी के बाद जल्दी रिकवरी, हार्मोनल बैलेंस और स्तन कैंसर का खतरा कम होना।
डॉ. दिव्या ने कहा कि आज के आधुनिक दौर में स्तनपान को लेकर कई भ्रांतियाँ और झिझकें महिलाओं में पनप रही हैं, जिन्हें दूर करना जरूरी है। वहीं डॉ. सविता ने कामकाजी महिलाओं के लिए स्तनपान के प्रबंधन और सपोर्ट सिस्टम की अहमियत को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और डॉक्टरों से अपने सवाल पूछे। अंत में अस्पताल की तरफ से प्रतिभागियों को जानकारी संबंधी पुस्तिकाएं भी वितरित की गईं। एकॉर्ड अस्पताल का यह प्रयास समाज में स्तनपान के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल रहा।



