राजस्थान (Front News Today) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये आशंका 11 जून 2020 को जताई थी कि उनकी सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोख्त हो सकती है… और अब इसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है… फोन पर हुई बातचीत के आधार पर राजस्थान की गहलोत सरकार को गिराने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है… राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानि SOG की जांच में ये बात सामने आई है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के दो विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देने का लालच दिया गया था…
राजस्थान के ही विस्फोटक पदार्थों की तस्करी करने वाले दो लोगों के फोन सर्विलांस में रखने से ये खुलासा हुआ कि दो विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देकर राज्यसभा चुनाव के तत्काल बाद मुख्यमंत्री बदलने की कोशिश की गई थी… जांच में कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत मालवीय और निर्दलीय विधायक रमीला खंडेला को रुपयों का लालच देने की पुष्टि हुई है… SOG की FIR के मुताबिक उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को केंद्र में ऊंचा ओहदा दिलाने का लालच दिये जाने का जिक्र भी है…
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देश पर कांग्रेस नेता महेश जोशी ने एसीबी और एसओजी में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर FIR दर्ज कराई थी… जांच एजेंसियों के मुताबिक अजमेर और धौलपुर के कुछ तस्करों के फोन सर्विलेंस में गहलोत सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाने की साजिश का सबूत मिला है।
फोन पर हुई बातचीत में मुख्यमंत्री गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में चल रही खींचतान का तस्करों के जिक्र करने की बात भी सामने आई है… ये बात भी सामने आई है कि इस कवायद से छोटे गुर्गे 1000 से 2000 करोड़ कमाने की फिराक में थे। फोन सर्विलांस से सामने आई बातों के आधार पर FIR दर्ज की गई है।