इस मामले में शामिल आरोपी सत्येंद्र तथा मोनू को अगस्त 2023 मे पहले ही किया जा चुका है गिरफ्तार
आरोपी मोनू पहले व्यापारी के यहां यहां सफाईकर्मी का कार्य करता था, काम से निकाल दिए जाने की वजह से आरोपी रंजिश रखने लगा और रंजिश के तहत फिरौती की योजना बनाई
फरीदाबाद: डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 48 की टीम ने 1 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने के मामले में तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम अभिषेक है जो दिल्ली के संगम विहार का रहने वाला है। पुलिस ने इससे पहले अगस्त 2023 में संगम विहार के ही रहने वाले आरोपी सत्यप्रकाश तथा मोनू उर्फ मोटा को गिरफ्तार किया था। आरोपी सत्यप्रकाश सिम कार्ड बेचता है और आरोपी मोनू सफाईकर्मी है। दिनांक 30 जुलाई 2023 को सूरजकुंड थाने में फिरौती की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि दिल्ली में उसकी प्लाईवुड की दुकान है। 29 जुलाई को शाम करीब 8:00 बजे उसके पास एक फोन आया जिसमें आरोपियों ने पीड़ित से 1 करोड रुपए की मांगी। आरोपी ने बताया कि वह दीपक तीतर बोल रहा है और फिरौती नहीं देने की सूरत में वह उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा। इसके पश्चात अगले दिन सुबह दूसरे नंबर से फिर एक कॉल आया जिसमें दूसरे आरोपी ने उससे फिर से फिरौती मांगी और फिरौती नहीं देने की सूरत में जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता ने इसके पश्चात थाने में अपनी शिकायत दी और थाने में मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई। क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में शामिल आरोपी सत्यप्रकाश को गुप्त तकनीकी सूचना के आधार पर 2 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सत्य प्रकाश ने बताया कि उसने आरोपी मोनू को ₹4000 में 7 सिमकार्ड बेची थी। इसके पश्चात आरोपी सत्य प्रकाश की सूचना पर आरोपी मोनू को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन तथा दो सिम कार्ड बरामद किए गए। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि आरोपी मोनू पहले व्यापारी के कार्यालय में सफाईकर्मी का कार्य करता था। करीब 1 वर्ष पहले कार्यालय कर्मियों की आरोपी के साथ सफाई को लेकर बहस हो गई जिसके पश्चात आरोपी मोनू को काम से निकाल दिया गया। काम से निकाले जाने के पश्चात आरोपी व्यापारी के साथ रंजिश रखने लगा और इसी रंजिश के तहत उसने व्यापारी से फिरौती मांगने की योजना बनाई जिसमें अभिषेक सहित दो अन्य साथी और शामिल थे। आरोपियों ने योजना के तहत दिल्ली के संगम विहार से तीन मोबाइल फोन खरीदे और आरोपी सत्य प्रकाश से 7 एक्टीवेटेड सिम कार्ड लिए और योजना के तहत अलग-अलग स्थानों से व्यापारी को फोन करके फिरौती मांगी और पैसा नहीं देने की सूरत में जान से मारने की धमकी दी। आरोपी सत्य प्रकाश तथा मोनू की गिरफ्तारी के पश्चात आरोपि अभिषेक पुलिस की गिरफ्तार से बचने के लिए फरार हो गया जिसे क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी एमसीडी में कच्चा कर्मचारी है और सफाईकर्मी का काम करता है। आरोपी के खिलाफ दिल्ली में दुष्कर्म का मुकदमा भी दर्ज है जिसमें वह जेल की सजा काट चुका है। आरोपी मोनू ने व्यापारी से फिरौती मांगने की योजना बनाई जिसमें उसने आरोपी अभिषेक को भी शामिल कर लिया जिसने फोन करके व्यापारी को धमकी दी थी। आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयोग मोबाइल बरामद करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और मामले में फरार चल रहे चौथे आरोपी की धरपकड़ करके उसे गिरफ्तार किया जाएगा।