फरीदाबाद, 19 दिसंबर 2025: फरीदाबाद पुलिस ने अपने पुलिस कर्मचारियों के वित्तीय साक्षरता को बढ़ाने और उन्हें अपनी आय, खर्च, बचत, तथा निवेश के बारे में सही दिशा देने के लिए लघु सचिवालय, सेक्टर 12 स्थित कांफ्रेंस हॉल में एक सेमिनार आयोजित किया। इस सेमिनार में गुड़गांव आयकर विभाग की प्रमुख अधिकारी सुधा यादव, जॉइंट कमिश्नर और सीमा चौधरी, डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस कर्मचारियों को बचत और निवेश के महत्व के बारे में गहरी जानकारी दी।
सुधा यादव, जॉइंट कमिश्नर का संदेश:
जॉइंट कमिश्नर सुधा यादव ने पुलिस कर्मचारियों को यह बताया कि जीवन में सही वित्तीय योजना और निवेश बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि हम सबको अपनी बचत और खर्च के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। अगर हम अपने खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए सही तरीके से बचत और निवेश करें, तो यह भविष्य में हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। सुधा यादव ने कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे अपनी आय का सही तरीके से प्रबंधन करें। उन्होंने एक आदर्श बजट रणनीति का सुझाव देते हुए कहा कि 50% खर्चों के लिए, 40% निवेश के लिए और 10% आपातकालीन स्थितियों के लिए अलग से रखना चाहिए। यह रणनीति वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक प्रभावी हो सकती है।
सीमा चौधरी, डिप्टी कमिश्नर का निवेश पर फोकस:
सीमा चौधरी, डिप्टी कमिश्नर, आयकर विभाग ने पुलिस कर्मचारियों को बताया कि सिर्फ बचत करना ही पर्याप्त नहीं है; बल्कि उस बचत का सही निवेश करना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने म्युचुअल फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट्स, पोस्ट ऑफिस स्कीम्स, इक्विटी निवेश, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), और गोल्ड निवेश जैसी योजनाओं का उल्लेख किया, जो पुलिसकर्मियों के लिए वित्तीय सुरक्षा और बेहतर रिटर्न प्रदान कर सकती हैं। इन निवेश विकल्पों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि कर्मचारियों को समझने में कोई कठिनाई न हो।
सेमिनार में भागीदारी और उपस्थिति:
इस सेमिनार का लाभ 100 से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने उठाया, जिन्होंने विभिन्न निवेश योजनाओं और वित्तीय प्रबंधन पर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में सहायक पुलिस आयुक्त (NIT) मोनिका, सहायक पुलिस आयुक्त , संजीव कुमार, आयकर निरीक्षक गगन मलिक, कुलबीर यादव और अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने भी सेमिनार के दौरान कर्मचारियों से संवाद किया और उनके सवालों के उत्तर दिए।
यह सेमिनार पुलिस कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ, क्योंकि यह उन्हें अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करता है। पुलिस विभाग की ओर से यह प्रयास उनके कर्मचारियों के वित्तीय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जारी रहेगा, ताकि वे अपने जीवन में संतुलित और समृद्ध जीवन जी सकें।



