*- सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिला में चलाया गया एक माह का विशेष प्रचार अभियान*
*- भजन पार्टी ने जिला के विभिन्न विकास खंडों में दस्तक देते हुए ग्रामीणों को बताई सरकार की नीतियां व योजनाएं*
*- विशेष प्रचार अभियान के माध्यम से कलाकारों ने लोगों से किया सामाजिक बुराइयों के खात्मे का आह्वान*
*रेवाड़ी, 31 जुलाई*
हरियाणा सरकार के साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़ के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे विशेष प्रचार अभियान का बुधवार को समापन हो गया। विभाग की ओर से चलाया गया विशेष प्रचार अभियान आमजन को सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक बुराईयों पर कड़ी चोट कर गया। भजन पार्टी कलाकार विशेष प्रचार अभियान की सार्थकता सिद्ध करने में कामयाब रहे और नागरिकों को सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से जागरूक करने के साथ विभिन्न सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने का सार्थक संदेश दिया। विशेष प्रचार अभियान के तहत भजन पार्टी ने जिला के विभिन्न विकास खंडों में पहुंचकर ग्रामीणां को सरकार की नीतियों व योजनाओं बारे जागरूक किया। विभाग की ओर से वर्तमान सरकार के कार्यकाल में क्रियान्वित की गई अंत्योदय व विकासोन्मुखी योजनाओं को सोशल, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ-साथ पारंपरिक लोक गायन शैली भजन प्रचार मंडली के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया गया।
*लोक गीत व भजन अभिव्यक्ति का सबसे प्रभावी माध्यम : डीआईपीआरओ*
डीआईपीआरओ दिनेश कुमार ने बताया कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता में लोक गीतों और भजनों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। भजन पार्टी कलाकार लोक गीतों व भजनों के माध्यम से सीधे लोगों के दिलों पर दस्तक देते हुए उन्हें सरकार की योजनाओं व नीतियों के बारे में जागरूक करते हैं ताकि वे सरकार की योजनाओं व नीतियों का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। भजन पार्टी ने लोकगीतों व भजनों के माध्यम से सहज रूप से अपनी बात जनता के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उन्हें जागरूक किया। उन्होंने कहा कि लोक गीत व भजन अभिव्यक्ति का सबसे प्रभावी माध्यम है और लोगों के बीच प्रभावी अभिव्यक्ति ही मायने रखती है।
डीआईपीआरओ ने बताया कि लोक गीतों व भजनों के माध्यम से लोगों को संदेश देने और मनोरंजन का काम एक साथ हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के प्रचार अभियान बहुत प्रभावी होते हैं और इनका काफी असर होता है। आम लोगों के जीवन से सीधे जुड़े होने के कारण ही लोकगीतों और भजनों ने आधुनिक संगीत की चकाचौंध के बावजूद अब तक अपना अस्तित्व बनाए रखा है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लोक कलाकारों की क्षमता का सार्थक रूप से इस्तेमाल कर रहा है। लोक गायकों और लोक कलाकारों के जरिए किए गए विशेष प्रचार अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों में काफी सराहना मिली है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से समय-समय पर सरकार की योजनाओं व नीतियों का प्रचार करने के लिए इस प्रकार के अभियान चलाए जाते हैं।