बिहार में राष्ट्रपति शासन के लिए सबसे उपयुक्त समय

0
57

(Front News Today/Pravin Singh) पटना-राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार ने एक प्रेस बयान जारी कर कहां कि बिहार में एक तरफ कोरोना भयानक रूप लेकर बिहार में तांडव मचा रही है लोगों की जान सिलाई के अभाव में जा रही है डॉक्टर की पत्नी का भी इलाज पीएमसीएच में नहीं हो पा रहा है पीएमसीएच एनएमसीएच की स्थिति बड़ा ही भयानक है शव उठाने के लिए भी लोगों की कमी है डॉक्टरों में भय का माहौल उत्पन्न है तो वह जनता की क्या देखभाल करेंगे मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड की कमी है कोरोना बीमारी के कारण दूसरी बीमारियों का भी इलाज ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है जिसके कारण मृत्यु दर बिहार में बढ़ गई है तो दूसरी ओर बिहार में बाढ़ भी भयानक रूप लेकर उत्तर बिहार में तबाही लाए हुए हैं इस समय उत्तर बिहार में कोरोना के साथ-साथ बाढ़ पीड़ितों को उचित सहायता खाना पीना नहीं मिल पाने के कारण लोगों में भारी आक्रोश है जिसके कारण आज मुजफ्फरपुर में बाढ़ पीड़ित लोगों ने सड़क जाम करने का भी काम किया परंतु राज्य सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगता है पूरे बिहार में वाह एवं करुणा से हाहाकार मचा हुआ परंतु सत्ता पक्ष के लोगों को इससे कोई लेना-देना नहीं यहां तक की नेता प्रतिपक्ष के द्वारा सुझाए गए सकारात्मक कदम को भी उठाने में अपनी तौहीन समझ रहे हैं वह सिर्फ 15 साल पहले की बात करते हैं जबकि उन्हें अपने 15 साल के शासन के बारे में जनता को बताना चाहिए कि वह किस प्रकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा को पूरे बिहार में चौपट करने का काम किया है
राज्य की सत्ता व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है एक एक आईएएस को चार चार विभाग के प्रधान सचिवों का जिम्मा सौंपा जा रहा है एक माह में चार बार स्वास्थ्य सचिव को बदला जाना यह साबित करता है की बिहार का स्वास्थ्य व्यवस्था कोमा में चला गया है अब इसे उबर पाना नीतीश कुमार के बस में नहीं है जिस प्रकार बिहार का शासन नीतीश कुमार के द्वारा नहीं चल रहा है उसे लगता है की बिहार राष्ट्रपति शासन के लिए उपयुक्त राज्य है केंद्र सरकार को अविलंब बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here