फरीदाबाद पुलिस के साइबर थानो ने डोर टू डोर व विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम किये है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य आम जनता को बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें ऑनलाइन ठगी से बचाने हेतु आवश्यक जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम के दौरान साइबर पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों को विस्तार से बताया कि साइबर ठग किस तरह के हथकंडे अपनाते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं—
- बैंक अधिकारी या सरकारी संस्था बनकर कॉल करना
- ओटीपी, लिंक या फिशिंग मैसेज भेजकर खाते की जानकारी लेना
- नौकरी, लॉटरी, निवेश, ऑनलाइन खरीद-फरोख्त के नाम पर ठगी
- सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर परिचितों से पैसे मांगना
- फेक कस्टमर केयर और रोमांस/फ्रेंडशिप स्कैम
- QR कोड स्कैन करवाकर खाते से पैसे निकलवाना
- डिजिटल अरेस्ट व पुलिस/एनआईए बनकर धमकाना
- टेलीग्राम पर प्रीपेड टास्क के नाम पर पैसे निवेश करवाना
- पानी का कनेक्सन काटने के नाम पर पैसे मांगना
- शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर अलग-अलग खातो में पैसे मंगवाना
- क्रेडिट कार्ड के प्वाईंट्स रिडिम, लिमिट व एक्सट्रा चार्ज लगाने के नाम पर क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स मांगना
- जानकार बनकर किसी इमरजेंसी के नाम पर पैसे मांगना व गलती से ज्यादा पैसे भेजने का स्क्रीनशॉट भेजकर पैसे वापिस अपने खाते में मंगवाना
- शेयर मार्केट में निवेश करने के लिये प्रशिक्षण देने के नाम पर व्हॉट्सएप ग्रुप में जोडना और फिर टेलीग्राम ग्रुप में जोडना
अधिकारियों ने लोगों को यह भी बताया कि इन हथकंडों से कैसे बचा जाए, जैसे—
- किसी भी कॉल/मैसेज पर अपनी व्यक्तिगत व बैंकिंग जानकारी साझा न करें
- अंजान लिंक, ऐप या QR कोड से दूर रहें
- सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत रखें
- कस्टमर केयर नंबर हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से ही लें
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दें
- मजबूत पासवर्ड और दो-स्तरीय सुरक्षा (2FA) का उपयोग करें
- यदि शिकायतकर्ता शुरुआती घंटे यानी “गोल्डन आवर” में शिकायत दर्ज करते है , तो ठगु के पैसे को वापस पाने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि पुलिस ठगी के खातों को ब्लॉक कर सकती है। तत्काल कार्रवाई करने के लिए, साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
फरीदाबाद पुलिस ने कार्यक्रम के अंत में नागरिकों से अपील की कि वे स्वयं सतर्क रहें और अपने परिवार, बच्चों एवं बुजुर्गों को भी साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करें ताकि साइबर अपराधों पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
फरीदाबाद पुलिस द्वारा ऐसे जागरूकता कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे नागरिक साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बच सकें और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकें।



