*- ईवीएम-वीवीपैट की ‘प्रथम स्तरीय जांच’ के लिए रेवाड़ी पहुंचे यूपी के डिप्टी सीईओ एवं ईवीएम नोडल अधिकारी अमित सिंह*
*रेवाड़ी, 4 अगस्त*
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा आम चुनाव के मद्देनजर निर्धारित नियमानुसार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) और वीवीपैट मशीनों की ‘प्रथम स्तरीय जांच’ प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रविवार को भारत निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त किए गए ईवीएम नोडल अधिकारी एवं उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश अमित सिंह ईवीएम-वीवीपैट की ‘प्रथम स्तरीय जांच’ के लिए रेवाड़ी पहुंचे। उन्होंने शहर के मॉडल टाऊन में शिव चौक के नजदीक स्थित ईवीएम-वीवीपैट वेयरहाउस व एफएलसी हॉल में ईवीएम-वीवीपैट की गहनता से जांच करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए ईवीएम व वीवीपैट की ‘प्रथम स्तरीय जांच’ बेहद जरूरी है। ईवीएम व वीवीपैट की ‘प्रथम स्तर की जांच’ के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) व निर्धारित प्रोटोकॉल फॉलो किया जाना चाहिए। इस अवसर पर एसडीएम एवं एआरओ रेवाड़ी विकास यादव ने उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमित सिंह को ईवीएम व वीवीपैट सहित वेयर हाउस की सुरक्षा व्यवस्था से अवगत कराया।
*नोडल अधिकारी अमित सिंह ने जांची वेयरहाउस व एफएलसी रूम की सुरक्षा व्यवस्था
ईवीएम नोडल अधिकारी अमित सिंह ने मौके पर मौजूद संबंधित अधिकारियों से ईवीएम और वीवीपैट से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त करते हुए उनका मिलान किया। इस दौरान उन्होंने रिजेक्टिड ईवीएम के बारे में भी जानकारी हासिल करते हुए ईवीएम की जांच की। उन्होंने ईवीएम कैरिंग केस, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, कनेक्टिंग केबल, कनेक्टर, कुंडी आदि का भौतिक सत्यापन भी किया। उन्होंने इस दौरान सीयू पहचान नंबर व बीयू पहचान नंबर की गहनता से जांच की। उन्होंने ईवीएम वेयर हाउस में सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा व्यवस्था, लॉग रजिस्टर, कर्मचारी हाजिरी रजिस्टर सहित अन्य व्यवस्थाओं की गहनता से जांच की। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी की कम से कम एक महीने की रिकॉर्डिंग उपलब्ध होनी चाहिए। साथ ही पर्याप्त बैटरी बैकअप भी होना चाहिए। उन्होंने किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को वेयरहाउस व एफएलसी हॉल में प्रवेश न करने के निर्देश दिए।
*भारत निर्वाचन आयोग देश-प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध : डिप्टी सीईओ*
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी अमित सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग देश-प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से प्रत्येक आम चुनाव व उप-चुनाव से पहले ईवीएम की एफएलसी की जाती है जो कि स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने से पहले एफएलसी प्रक्रिया को पूरा करना होता है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पता टैग, मतपत्रों को हटाना, नियंत्रण इकाई और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की मतदान इकाई पर लिखे शिलालेखों को साफ करना और पहले के मतदान डेटा को साफ करना शामिल होता है। इसके अलावा, कोई टूट-फूट न हो यह सुनिश्चित करने के लिए कैरी केस, कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट, कनेक्टिंग केबल, कनेक्टर और लैच का भौतिक सत्यापन किया जाता है।
इस अवसर पर सीटीएम लोकेश कुमार, नायब तहसीलदार चुनाव अजय कुमार, वेयरहाऊस सुरक्षा इंचार्ज एसआई रमेश कुमार, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियर सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।